अपने समर्थकों को देख मनीष कश्यप रोक नहीं पाए अपने आंसू
अपने समर्थकों को देख मनीष कश्यप रोक नहीं पाए अपने आंसू को. उनके समर्थकों में काफी उत्साह और खुशी की लहर सी उठ रही थी. मनीष कश्यप के आंखो में आंसू देख समर्थकों में से आवाज आने लगी "रोना नहीं मनीष भैया, रोना नहीं".उनके समर्थक काफी दिनों से इंतजार में थे की आखिर मनीष कश्यप बिहार कब आयेंगे. उनलोगों का ये कहना था कि मनीष कश्यप को तमिलनाडु के एक ऐसे जेल में रखा गया है जहां पे वहां के लोग हिंदी भाषा नहीं जानते हैं इस कारण वो यानी मनीष कश्यप किसी से बात भी नहीं कर पाते हैं और साथ ही वहां का खाना पीना भी अलग ढंग का है जो बिहारी खाना से काफी अलग है तो उनको खाने पीने में भी काफी दिक्कत हो रही है. इसलिए उन्हें बिहार के ही किसी भी जेल में रखा जाय.
मनीष कश्यप को कोर्ट से मिली बड़ी राहत
मनीष कश्यप को पटना के सिविल कोर्ट से मिली बड़ी राहत. कोर्ट ने कहा कि मनीष कश्यप बिहार का है और उनके ऊपर ज्यादा मामले बिहार से ही है. इसलिए उन्हें अब तमिलनाडु के जेल में नहीं जाना होगा. वो अब बिहार के ही जेल में रहेंगे क्योंकि बिहार में आगे उनके बहुत से केस की सुनवाई है जिस दौरान उस सुनवाई में उसकी पेशी भी होगी. कोर्ट ने ये भी कहा है कि तमिलनाडु के सभी दर्ज मामले हैं उसकी पेशी वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से होगी. पटना सिविल कोर्ट के इस फैसले से मनीष कश्यप के समर्थकों में खुशी की लहर दौड़ गई. उसके बाद वे लोग एक दूसरे को मिठाई भी बांटे.
कोर्ट परिसर से बाहर निकलते ही मनीष कश्यप के समर्थक उसपे फूल बरसाने लगे
जैसे ही मनीष कश्यप कोर्ट परिसर से बाहर निकले कि उनके समर्थक उनपे फूल बरसाने लगे. अपने समर्थकों के भावनाओं को देख मनीष कश्यप के आंखो से आंसू छलकने लगे. फिर समर्थक गुहार लगाने लगे "रोना नहीं मनीष भैया, रोना नहीं"
आपको बता दें कि मंगलवार को पटना सिविल कोर्ट में मनीष कश्यप की एक मामले में पेशी हुई. मनीष कश्यप के खिलाफ आर्थिक अपराध इकाई के द्वारा 4 मामले दर्ज किए गए थे. उन मामलों में से 2 मामले पर मंगलवार को पटना सिविल कोर्ट में मनीष कश्यप की पेशी हुई.
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